अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक बड़े विस्फोट की खबर आ रही है। काबुल में मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स रोड पर दाउदजई ट्रेड सेंटर के पास जोरदार धमाका हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस धमाके में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका काफी तेज था। फिलहाल जांच एजेंसियां मौके पर पहुंच गई हैं और जांच कर रही हैं. घायलों में बच्चे भी हैं। जिस इलाके में धमाका हुआ, वहां कई सरकारी इमारतें और दूतावास स्थित हैं। विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका काफी तेज था और जमीन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. फिलहाल जांच एजेंसियां घटना की जांच में जुटी हैं. घायलों में बच्चे भी शामिल हैं. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, जिस इलाके में यह विस्फोट हुआ है, वहां कई सरकारी इमारतें और दूतावास स्थित हैं. विस्फोट का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है.
अभी तक इस हमले की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि बम धमाके के पीछे आईएसआईएस-के (ISIS-K) का हाथ हो सकता है, जो काफी तेजी से अफगानिस्तान में अपनी शक्ति का विस्तार कर रहा है. पिछले दिनों एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता में लौटने के बाद से तालिबान ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत, जिसे आईएसआईएस-के भी कहा जाता है, उसे रोकने में बुरी तरह से नाकाम साबित हुआ है और अफगानिस्तान में लगातार हमले करने वाले इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी संगठन को कंट्रोल करने में लगातार फेल नजर आया है. इस संगठन की शक्ति में अब इस कदर इजाफा होने लगा है कि संभावना व्यक्त की जा रही है, वो अब सिर्फ अफगानिस्तान तक ही सीमित नहीं रहने वाला है बल्कि अब अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए भी खतरा बन गया है.
इससे पहले आईएसआईएस-के ने 9 मार्च 2023 को इस्लामिक स्टेट समूह ने एक आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में उत्तरी अफगानिस्तान में बल्ख प्रांत के तालिबान गवर्नर मोहम्मद दाऊद मुजम्मिल समेत 2 लोगों को उड़ा दिया गया था. वहीं, 9 मार्च को हुए बम धमाके से ठीक पहले इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के पश्चिमी हेरात प्रांत में जल आपूर्ति विभाग के प्रमुख को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें उसकी जान चली गई और फिर अभी हाल ही में 15 मार्च को इस्लामिक स्टेट ने ISIS-K के पूर्व गढ़ नंगरहार के पूर्वी प्रांत में एक तालिबान जिला गवर्नर पर भी हमला किया. हालांकि, ये हमला नाकाम रहा था.