जिंदगी की आपाधापी से उपजी अकुलाहट, प्रतिस्पर्धा का कहर, अपनों से बढ़ती दूरियां, संवेदनाओं की सिकुड़ती जमीन, काम के बढ़ते घंटे और महत्वाकांक्षाओं की ऊंची उड़ानों ने हमारी जिंदगी को तनाव से भर दिया है। हालांकि, कोमल भावनाओं की टूटती इन कड़ियों के बीच खुश रहने के लिए हमारे पास एक उम्दा उपाय जोक्स या चुटकुले हैं। ये हमारी जिंदगी में जिंदादिली और गर्माहट घोलते हैं। इससे न सिर्फ आसपास की फिजा खुशनुमा बनती है, बल्कि हम बेहतर मानसिक, शारीरिक, सामाजिक जीवन जीने में भी सक्षम होते हैं। साफ तौर पर इसका लाभ हमें करियर की ग्रोथ के रूप में भी मिलता है।
इंटरव्यू के दौरान सवाल ‘जावा के चार वर्जन क्या हैं’ पर पप्पू फुले न समाकर बोला…
एचआर – अच्छा, आपका नाम पप्पू है ?
पप्पू- जी, इस गोले पर पप्पू ही नाम है मेरा…
एचआर- बढ़िया, आपके लिए पहला सवाल है
‘जावा के चार वर्जन क्या है’
पप्पू- फुले न समाकर बोला आपको तो पता ही होगा
एचआर- हां, पर मुझे आप से सुनना है…
पप्पू- ये आपने अच्छी बात की है और मुझे गाने का भी शौक है…
इंटरव्यूर- मतलब
पप्पू- मर जावा, मिट जावा, लूट जावा और सदके जावा…
इतना सुनते ही एचआर बोला- बहुत बढ़िया अब आप सीधे घर जावा…
अपनी कॉमेडी से सबको हंसाने वाले एक बिहारी को यमलोक ले जाते समय यमराज बोले…
यमराज- वत्स! तुम कहां जाना चाहते हो…स्वर्ग या नर्क ?
बिहारी- महाराज! मोबाइल और चार्जर तो लेना ही भूल गया…
दोनों की व्यवस्था करा दो फिर, किसी भी खोपचे में रह लूंगा…