क्राइम ब्रांच ने सूरत से कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 7 लोगों को पकड़ा… सूरत के पिपलोद इलाके में छिपे थे… राजस्थान से सूरत में शरण लेने आए थे… गैंगवार बढ़ने से पहले दबोचे
लॉरेंस बिश्नोई गैंग : गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद सलमान खान को धमकी देने वाले कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सात हत्यारों को सागरित सूरत से गिरफ्तार कर लिया गया है. गैंगस्टर लॉरेंस बिस्नोई और संपत नेहरा गिरोह के सदस्यों को सूरत शहर से सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया है। सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। सूरत के पिपलोद इलाके से 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है.
सूरत क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि राजस्थान के जुजनू जिले के पिलानी कस्बे के दिगपाल पिलानी गैंग से दुश्मनी के कारण लॉरेंस बिस्नोई/संपत नेहरा गैंग का देवेंद्रसिंह शेखावत अपने साथियों के साथ राजस्थान छोड़कर गुजरात के सूरत शहर में जमा करने आया है. पैसा और वर्तमान में सारस्वत नगर, पिपलोद में छिपा हुआ है। । सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर सात लोगों को गिरफ्तार किया है
पुलिस ने आगे कहा कि देवेंद्रसिंह शेखावत राजस्थान के शेखावाटी इलाके में अवैध शराब का कारोबार करने वाले लॉरेंस बिस्नोई गिरोह के संपत नेहरानी गिरोह से 2010 से जुड़ा हुआ है. साथ ही देवेंद्र शेखावत और अजय पुनिया के साथ साल 2019 में राजस्थान के जिंगनू और चूरू जिले के शेखावाटी इलाके में गैंगवार भी हुई थी जिसमें देवेंद्र शेखावत और अजय पुनिया को संपत नेहरा और उसके गिरोह देवेंद्र शेखावत और देवेंद्र समेत अन्य ने मार डाला था. शेखावत व अंकित भादू, संदीप यादव, मिंटू मोडासिया, राजेश केहर, प्रवीन केहर आदि को गिरफ्तार किया गया. संपत नेहरा और देवेंद्रसिंह दोनों चूरू जिले के राजगथ के रहने वाले हैं। गैंगस्टर लॉरेंस बिस्नोई और संपत नेहरा नाव फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल की हिरासत में हैं।
देवेंद्रसिंह शेखावत का प्रागितिहास
पुलिस ने कहा कि राजस्थान के कुख्यात लॉरेंस बिस्नोई/संपत नेहरा गिरोह के सक्रिय सदस्य देवेंद्रसिंह शेखावत पर 14 जुलाई 2022 को राजस्थान के जयपुर के भकरोटा थाना क्षेत्र में दिगपाल पिलानी गिरोह ने एक टेंडर को लेकर हुए विवाद में घातक हथियारों से हमला किया था. राजस्थान के जंजुन जिले के पिलानी कस्बे में एक शराब की दुकान के लिए दिगपाल, अमित, दिनेश, महावीर, अंकित,देवेंद्रसिंह शेखावत के पास से नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया तथा देवेंद्रसिंह शेखावत के पास से एक पिस्टल भी बरामद की गई, उसके खिलाफ आमस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसमें गैंग के दोनों सदस्यों के जमानत पर छूटने के बाद लॉरेंस बिस्नोई के देवेंद्रसिंह शेखावत पर दोबारा हमले की आशंका जताई गई. दिगपालसिंह पिलानी के गिरोह से आपसी दुश्मनी के कारण संपत नेहरा गिरोह आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर के बाद होय और लॉरेंस बिस्नोई/संपत नेहरा गिरोह अपने दोस्तों के साथ फिर से जुड़ गया और एक बार फिर राजस्थान में एक साम्राज्य स्थापित किया और होय अवार नवर गिरोह के बीच एक गिरोह युद्ध हुआ गिरोह विरोधी राजू तेहड़ गिरोह से आपस में लड़ रहे थे।
इसी बीच दिसंबर 2022 में राजू तेहड़े की राजस्थान के शिकार जिले में हरियाणा गिरोह द्वारा हत्या कर दी गई, जिससे अन्य क्षेत्रों में गिरोह युद्ध चल रहा था और पुलिस की उपस्थिति बढ़ रही थी।किशनसिंह श्रवणसिंह राठौड़ से संपर्क किया और सारस्वत नगर मकान नंबर 60 को किराए पर लेना शुरू कर दिया। पिपलोद जकातनाका के पास केतन स्टोर्स लेन में बंद था और अपने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा सर्पिल मोबाइल नंबर बंद कर गुजरात में छिपा हुआ था।
गिरफ्तार प्रवीणसिंह भगवानसिंह राठौड़ (राजस्थान पुलिस ने Po.Cons को खारिज किया)
सूरत पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी प्रवीणसिंह भगवानसिंह राठौर राजस्थान पुलिस का 10वां पीओ कॉन्स है जो साल 2001 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुआ था और चूरू जिले के झालावाड़ इलाके में तैनात था. वर्ष 2014 में जब वह चूरू जिले में कार्यरत था, तब बीकानेर जेल में गैंगस्टर आनंदपालसिंह की गैंग और राजू ढेड की गैंग के बीच गैंगवार हुई थी, जिसमें घायल आनंदपालसिंह व अन्य बंदियों को इलाज के लिए पुलिस वैन से बीकानेर से जयपुर अस्पताल ले जाया जा रहा था. शकितसिंह नाव ने स्कॉर्पियो कार में पुलिस वैन का पीछा किया और बचने के लिए पुलिस वैन को ओवरटेक करने की कोशिश की।उसे भी पकड़ा गया और अपराध के लिए निलंबित कर दिया गया।
उसके बाद 2017 में उन्हें फिर से बीकानेर जिले में पुलिस विभाग में नियुक्त किया गया, जिस दौरान गुरदली गैंग के जॉर्डन नाम के गैंगस्टर को राजस्थान के गंगानगर में शेरवाला भादू गैंग के सागरित्स ने मार गिराया था. आरोपी प्रवीणसिंह भगवानसिंह राठौर द्वारा बीकानेर क्षेत्र में आर्थिक सहायता एवं आवास उपलब्ध कराने के अपराध में उस अपराध के वांछित अभियुक्त राजेन्द्र, नरेन्द्र, सुनील, अमित सहित जितेन्द्रसिंह भाटी आदि को गिरफ्तार किया गया तथा तत्पश्चात् प्रवीणसिंह राठौर ने राजस्थान पुलिस से बर्खास्त बर्खास्त होने के बाद वह देवेंद्रसिंह शेखावत के गिरोह का सक्रिय सदस्य बन गया।
किसने गिरफ्तार किया
1] देवेंद्रसिह मदनसिह शेखावत [D.37]
2] राजस्थान पुलिस के बर्खास्त पुलिस कांस्टेबल और देवेंद्र शेखावत के सागरित प्रवीणसिंह राठौड़ [D.41]
3] किशन सिंह उर्फ कृष्णासिह श्रवणसिंह राठौड़ [D.29, देवेंद्र के मित्र शेखावत
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_ ] देवेंद्र शेखावत के कुक राकेश रमेशकुमार सेन [ए.33]