गैंगस्टर जयेश रणपरिया भारत में वांछित अपराधी है. गुजरात में जयेश पर हत्या के साथ-साथ जान से मारने का भी आरोप लगा हुआ है. पिछले कई महीने से गुजरात पुलिस उसे भारत लाने के लिए काम कर रही थी.
भारत का भगौड़ा और वांछित गैंगस्टर जयेश रणपरिया को अब भारत लाया जाएगा. लंदन की एक अदालत ने गुरुवार को जयेश रणपरिया उर्फ जयेश पटेल को भारत प्रत्यर्पण करने का आदेश दे दिया है. रणपरिया 2018 से ही ब्रिटेन में छिपा हुआ था लेकिन,इंटरपोल ने 2021 में उसे हिरासत में ले लिया था
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, लंदन की एक अदालत ने गुरुवार को मामले की सुनवाई के बाद अपना फैसला सुनाते हुए कहा रणपरिया के खिलाफ गुजरात में मामले दर्ज हैं ऐसे में वहां उसकी हिरासत की जरूरत है. कोर्ट ने आगे की प्रक्रिया के लिए मामले को ब्रिटेन की सरकार के पास भेज दिया है.
इंटरपोल ने रणपरिया को साल 2021 में लंद के क्रॉयडन से हिरासत में लिया था और फिर वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने उसे वैंड्सवर्थ जेल भेज दिया था. मजिस्ट्रेट कोर्ट ने तब रणपरिया को भारत प्रत्यर्पित करने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद यह मामला लंदन कोर्ट पहुंचा था.
कोर्ट के फैसले पर क्या बोली गुजरात पुलिस
रणपरिया को भारत प्रत्यर्पित किए जाने के आदेश पर गुजरात एटीएस के डीआईजी दीपन भद्रन ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि गैंगस्टर को वापस कटघरे में खड़ा करने के लिए यह महत्वपूर्ण जीत है. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ जब गुजरात में किसी वांछि के प्रत्यर्पण की मांग के मामले में ब्रिटेन की अदालत ने पक्ष में फैसला सुनाया है.
लंदन की कोर्ट के फैसले के बाद जयेश रणपरिया का भारत लाना लगभग तय माना जा रहा है. दीपन भद्रन ने आगे कहा कि आमतौर पर ब्रिटिश सरकार प्रत्यर्पण को लेकर कोर्ट के फैसले के खिलाफ नहीं जाती है.
क्या है पूरा मामला?
गुजरात पुलिस ने जयेश रणपरिया को चार गंभीर आपराधिक मामलों की सुनवाई के लिए लंदन की कोर्ट से प्रत्यर्पण की मांग की गई थी. जयेश पर वकील किरीट जोशी की हत्या, बिल्डर जयसुख पेढडिया और गिरीश डेर पर गोली चलाकर जान से मारने आरोप लगा हुआ है. आरोप के बाद जयेश को गिरफ्तारी का डर सताने लगा था जिसके बाद वो भाग खड़ा हुआ.