जिंदगी की आपाधापी से उपजी अकुलाहट, प्रतिस्पर्धा का कहर, अपनों से बढ़ती दूरियां, संवेदनाओं की सिकुड़ती जमीन, काम के बढ़ते घंटे और महत्वाकांक्षाओं की ऊंची उड़ानों ने हमारी जिंदगी को तनाव से भर दिया है। हालांकि, कोमल भावनाओं की टूटती इन कड़ियों के बीच खुश रहने के लिए हमारे पास एक उम्दा उपाय जोक्स या चुटकुले हैं। ये हमारी जिंदगी में जिंदादिली और गर्माहट घोलते हैं। इससे न सिर्फ आसपास की फिजा खुशनुमा बनती है, बल्कि हम बेहतर मानसिक, शारीरिक, सामाजिक जीवन जीने में भी सक्षम होते हैं। साफ तौर पर इसका लाभ हमें करियर की ग्रोथ के रूप में भी मिलता है।
किसी बारात में दुल्हन को घूंघट में देख पप्पू शादी कराने वाले पंडित से बोला…
पप्पू- लो यहां भी दुल्हन घूंघट में है।
पप्पू की बात सुन पंडित मुस्कुरा उठे…
पप्पू- पंडित जी, दुल्हन घूंघट में काहे है।
पंडित जी बोले- बेटा, तुम्हारी तो हो नहीं रही है…
तुम्हारे जैसे कितने पप्पू हैं।
उनकी भी नहीं हो रही है…
अगर दुल्हन घूंघट में न रहें, तो तुम्हारे जैसे कितने पप्पू एक साथ बोल पड़ेंगे-
आइला, ये तो मेरी वाली है।
इसके लिए घूंघट में रहती है।
एग्जाम शुरू होते ही बच्चे ने पेपर पर सुसु कर दिया
यह देख मैडम बोली- तुमने पेपर पर सुसु क्यों कर दिया।
बच्चा बोला- मां ने कहा था…
एग्जाम में पेपर मिलने के बाद जो पहले आए वही करना।
इसके लिए पहले सुसु किया।।।
टीचर- एक औरत एक घंटे मे 50 रोटी बना लेती है,
तो तीन औरतें एक घंटे में कितनी रोटी बनाएंगी…
बच्चा- एक भी नही, क्योंकि तीनों मिलकर सिर्फ चुगली करेंगी…!
बच्चे की बात सुनकर टीचर अभी तक बेहोश है…
पप्पू जलेबी बेच रहा था, लेकिन कह रहा था आलू ले लो आलू ले लो…
राहगीर- लेकिन ये तो जलेबी है
पप्पू- चुप हो जा! वरना मक्खियां आ जाएंगी।