महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर: कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मीजी का यह पवित्र मंदिर न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है कि देवी लक्ष्मी के इस मंदिर का निर्माण चालुक्य वंश के शासकों ने करवाया था।
मान्यता है कि यहां भगवान सूर्य स्वयं मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। एक अन्य मान्यता यह भी है कि धनतेरस और दिवाली के शुभ अवसर पर माता के दर्शन करने आने वाले भक्त कभी खाली हाथ नहीं लौटते हैं। इसके अलावा आप महाराष्ट्र के दहानू में लक्ष्मी मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं।
लक्ष्मीनारायण मंदिर, दिल्ली: हालांकि राष्ट्रीय राजधानी में देवी लक्ष्मी के कई मंदिर हैं, लेकिन सबसे प्रसिद्ध और सबसे पवित्र लक्ष्मीनारायण मंदिर माना जाता है। कहा जाता है कि इस पवित्र मंदिर में भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी का वास है।
इस मंदिर में धनतेरस और दिवाली के दौरान बड़ी धूमधाम से पूजा की जाती है और दिल्ली के लगभग हर कोने से लोग यहां माता के दर्शन के लिए आते हैं। कहा जाता है कि जो भक्त इस मंदिर में माथा टेकता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
महालक्ष्मी मंदिर, मध्य प्रदेश: प्रदेश का सबसे साफ शहर इंदौर का महालक्ष्मी मंदिर, भारत का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश का भी काफी चर्चित है। इस पवित्र मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
दिवाली के पावन पर्व पर इस मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। ऐसे में अगर आप इंदौर के पास रहते हैं तो मां लक्ष्मी के दर्शन के लिए यहां जरूर आएं। आपको बता दें कि यह प्रसिद्ध मंदिर है 1832 के आसपास बनाया गया।
इन लक्ष्मी मंदिरों के भी दर्शन करें: कोल्हापुर, दिल्ली और इंदौर के अलावा भारत के और भी कई राज्यों में ऐसे कई लक्ष्मी मंदिर हैं, जहां दर्शन मात्र से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। उदाहरण के लिए, आंध्र प्रदेश में पद्मावती मंदिर, तमिलनाडु में श्रीपुरम में महालक्ष्मी मंदिर और हिमाचल प्रदेश में चंबा में चौरासी मंदिर भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं।