प्रशांत किशोर ने दी विपक्ष को बीजेपी को हराने की सलाह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी है. भारतीय जनता पार्टी भी लगातार तीसरी बार जीत का दावा कर रही है। जबकि विपक्षी ताकतें मिलकर भाजपा को हराने की योजना बना रही हैं। इन सबके बीच चुनावी रणनीतिकार और जन सूरज के अध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कुछ ऐसी भविष्यवाणी कर दी, जो विपक्षी एकता को बड़ा झटका दे सकती है. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष को बीजेपी से लड़ने का एक फॉर्मूला भी बताया है.
विपक्षी एकता नहीं चलेगी- प्रशांत किशोर
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक साक्षात्कार में विपक्षी ताकतों की एकता पर संदेह जताते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता काम नहीं करेगी क्योंकि यह अस्थिर और वैचारिक रूप से अलग है। उन्होंने कहा कि जब तक वैचारिक गठबंधन नहीं होगा तब तक भाजपा को नहीं हराया जा सकता है।
2024 में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी ताकत क्या है?
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तीन सबसे बड़ी ताकत का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष इसे भेदे बिना जीत नहीं सकता। उन्होंने कहा कि विपक्ष की एकता केवल दिखावा है। बीजेपी को केवल नेताओं और पार्टियों को एक साथ लाकर चुनौती नहीं दी जा सकती। इसके लिए भाजपा की ताकत को समझना होगा। जो हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और कल्याणकारी (लाभार्थी) है। इनमें से कम से कम 2 पर काम करना होगा और भाजपा के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए पैठ बनानी होगी।
पीके ने बीजेपी को काउंटर करने के लिए दिखाया विपक्ष का फॉर्मूला
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी विपक्ष को एक फॉर्मूला दिखाया है जिससे वे बीजेपी का मुकाबला कर सकते हैं। भाजपा की विचारधारा से लड़ने के लिए विचारधाराओं का गठबंधन होना चाहिए। इसके लिए गांधीवादी, समाजवादी, अंबेडकरवादी, वामपंथी विचारधारा जरूरी है। लेकिन इस पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं किया जा सकता। जब तक वैचारिक समानता नहीं होगी तब तक आप भाजपा को नहीं हरा सकते।